Friday, August 24, 2018

भारत-चीन सैन्य स्तर बैठक

भारत और चीन के रक्षा मंत्रियों के मध्य 23 अगस्त 2018 को नई दिल्ली में बैठक आयोजित की गई. इस बैठक में डोकलाम मुद्दे पर सकारात्मक चर्चा की गई तथा इसे परिपक्वता का उदाहरण बताया गया.

इस बैठक की सबसे अहम बात यह रही कि इसमें भारत और चीन की सेनाओं के मध्य एक हॉटलाइन बनाने को लेकर सहमति जताई गई. सेनाओं के बीच संपर्क बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया.

भारत-चीन सैन्य स्तर बैठक


•    बैठक में भारत द्वारा बॉर्डर क्षेत्र में मूलभूत विकास की बात उठाने पर चीन की ओर से संयुक्त कार्यकारी दल बनाए जाने का प्रस्ताव दिया गया.

•    भारत की रक्षा मंत्री निर्मला सीतारमण और चीन के रक्षा मंत्री वेई फेंग के मध्य लगभग 45 मिनट तक बातचीत हुई.

•    इस बात पर सहमति जताई गई कि बॉर्डर एरिया में इंफ्रास्ट्रक्चर सुधारने, कनेक्टिविटी बढ़ाने और अपने लोगों के जीवन स्तर को सुधारने के लिए विकास के काम को किसी दूसरे देश के खिलाफ फोकस करने के तौर पर बिल्कुल नहीं देखना चाहिए.

•    बातचीत में चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) पर भी चर्चा हुई और भारत ने इसे लेकर अपनी आपत्तियों से भी चीन के रक्षा मंत्री को अवगत कराया.

•    इसके अतिरिक्त रक्षा सहयोग को लेकर एक ड्राफ्ट एमओयू पर भी चर्चा की गई.

हॉटलाइन क्या होता है?
हॉटलाइन एक तरह की विशेष दूरभाष सुविधा है जिसमें एक व्यक्ति दूरभाष के जरिये दूसरे व्यक्ति से सुरक्षित लाइन द्वारा संपर्क करता है. इस प्रणाली में रिसीवर उठाते ही सम्बंधित व्यक्ति से ही संपर्क हो जाता है. इसमें डायल नहीं करना पड़ता है. यह संचार सेवा की सबसे सुरक्षित प्रणाली मानी जाती है. इसमें एक दूरभाष से पहले से निर्धारित दूसरे दूरभाष से ही सम्पर्क होता है और संपर्क कहीं और नहीं जुड़ता.
संचार सेवा की इस विधा में संकट के समय पूर्व निर्धारित व्यक्ति से 24 घंटे किसी भी समय बिना किसी बाधा के बात की जा सकती है. मास्को और वाशिंगटन के मध्य विश्व की सबसे प्रसिद्ध हॉटलाइन सेवा है. इसे रेड टेलेफोन भी कहते हैं. यह हॉटलाइन सेवा 20 जून 1963 को प्रारम्भ हुई थी.


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