Wednesday, August 22, 2018

उत्तर प्रदेश की प्रमुख नहरों और बांधों की सूची ( in hindi )

उत्तर प्रदेश भारत का सबसे बड़ा (जनसंख्या के आधार पर) राज्य है। लखनऊ प्रदेश की प्रशासनिक व विधायिक राजधानी है और इलाहाबाद न्यायिक राजधानी है।राज्य की अर्थव्यवस्था का मुख्य आधार कृषि है। चावल, गेहूँ, ज्वार, बाजरा, जौ और गन्ना राज्य की मुख्य फ़सलें हैं। भू-आकृति - उत्तर प्रदेश को दो विशिष्ट भौगोलिक क्षेत्रों, गंगा के मध्यवर्ती मैदान और दक्षिणी उच्चभूमि में बाँटा जा सकता है। प्रदेश के कुल क्षेत्रफल का लगभग 90 प्रतिशत हिस्सा गंगा और उसके सहायक नदियों के मैदान में है। इसलिए नहरों के वितरण एवं विस्तार की दृष्टि से उत्तर प्रदेश का अग्रणीय स्थान है। यहाँ की कुल सिंचित भूमि का लगभग 30 प्रतिशत भाग नहरों के द्वारा सिंचित होता है। यहाँ की नहरें भारत की प्राचीनतम नहरों में से एक हैं।

उत्तर प्रदेश की प्रमुख नहरों और बांधों की सूची

1. ऊपरी गंगा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: हरिद्वार (उत्तराखंड), गंगा नदी
लाभान्वित जिले: सहारनपुर, मुज़फ्फरनगर, मेरठ, बुलंदशहर, अलीगढ़, मथुरा, एटा, फ़िरोज़ाबाद, इटावा, मैनपुरी, कानपुर, फ़तेहपुर, गाजियाबाद और फरुखाबाद।
2. मध्य गंगा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: बिजनौर, गंगा नदी।
लाभान्वित जिले: बुलंदशहर, अलीगढ़, गाजियाबाद, हाथरस, मथुरा और फ़िरोज़ाबाद।
3. निचली गंगा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: नरोरा (बुलंदशहर), गंगा नदी।
लाभान्वित जिले: बुलंदशहर, फ़तेहपुर, प्रयागराज, अलीगढ़, मैनपुरी, गाजियाबाद, एटा, फ़िरोज़ाबाद, कानपुर और फरुखाबाद।
4. रामगंगा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: कालागढ़ (पौढ़ी), रामगंगा नदी
लाभान्वित जिले: बिजनौर, अमरोहा, मुरादाबाद और रामपुर।
5. पूवी यमुना नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: फैज़ाबाद (सहारनपुर)/ यमुना नदी।
लाभान्वित जिले: सहारनपुर, मुज़फ्फरनगर, मेरठ गाजियाबाद और दिल्ली।
6. आगरा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: ओखला (दिल्ली के पास), यमुना नदी।
लाभान्वित जिले: दिल्ली, गुडगाँव, भरतपुर और आगरा।
7. शारदा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: बनवासा (नेपाल सीमा) / शारदा नदी।
लाभान्वित जिले: पीलीभीत, बरेली, शाहजहांपुर, लखीमपुर,सीतापुर, हरदोई, बाराबंकी, उन्नाव, लखनऊ, रायबरेली, प्रतापगढ़, सुल्तानपुर और इलाहाबाद।
8. सरयू या घाघरा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: कतरनिया (बहराइच)/ घाघरा।  
लाभान्वित जिले: बहराइच, श्रावस्ति, बलरामपुर, गोंडा और बस्ती।
9. घाघरा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: मिर्ज़ापुर/घाघरा (सोन की सहायक नदी)
लाभान्वित जिले: सोनभद्र और मिर्ज़ापुर।
10. बेतवा नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: पारीक्षा (झाँसी)/ बेतवा।
लाभान्वित जिले: झाँसी, हमीरपुर और जालौन।
11. केन नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: पन्ना (मध्य प्रदेश)/ केन नदी।
लाभान्वित जिले: बाँदा।
12. गंडक नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: नेपाल/ बूढी गंडक नदी।   
लाभान्वित जिले: गोरखपुर, कुशीनगर, महाराजगंज और देवरिया।
13. रानी लक्ष्मीबाई बांध नहरें
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: मातातिला (ललित)/ बेतवा नदी
लाभान्वित जिले: हमीरपुर, जालौन, झाँसी और ललित।
14. राजघाट नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: ललितपुर/ बेतवा नदी।
लाभान्वित जिले: हमीरपुर, जालौन, झाँसी और ललित।
15. रिहन्द घाटी योजना नहरें
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: पिपरी (सोनभद्र)/ रिहन्द नदी।
लाभान्वित जिले: मिर्ज़ापुर, सोनभद्र, वाराणसी और इलाहाबाद।
16. बाणसागर नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: शहडोल (मध्य प्रदेश)/ सोन नदी।
लाभान्वित जिले: मिर्ज़ापुर, सोनभद्र, चन्दौल और इलाहाबाद।
17. बेलन टोंस नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: रीवा/ बेलन नदी।
लाभान्वित जिले: इलाहाबाद।
18. बानगंगा बैराज नहरें
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: शोहरतगढ़ (सिद्धार्थ नगर)/ बानगंगा।
लाभान्वित जिले: सिद्धार्थ नगर और बस्ती।
19. नौगढ़ बाँध नहरें
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: नौगढ़ (गाजीपुर)/ कर्मनाशा।
लाभान्वित जिले: चंदौली और गाज़ीपुर।
20. मेजा जलाशय नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: मेजा (इलाहाबाद)/ बेलन नदी।
लाभान्वित जिले: इलाहाबाद और मिर्ज़ापुर।
21. चन्द्रप्रभा बाँध नहर  
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: चकिया (चंदौली)
लाभान्वित जिले: चंदौली।
22. अर्जुन बांध नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: चरखारी (हमीरपुर)/ अर्जुन नदी।
लाभान्वित जिले: हमीरपुर।
23. अहरिरा बाँध नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: अहरौरा (वाराणसी)/ गड़ाई नदी।
लाभान्वित जिले: वाराणसी और मिर्ज़ापुर।
24. नगवां बाँध नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: नगवां/ कर्मनाशा नदी।
लाभान्वित जिले: मिर्ज़ापुर और सोनभद्र।
25. धसान नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: झांसी / बेतवा नदी।
लाभान्वित जिले: झाँसी और हमीरपुर।
26. सपरार नहर
उद्गम स्थल/सम्बंधित नदी: मऊरानीपुर (झांसी), सपरार नदी।
लाभान्वित जिले: झाँसी और हमीरपुर।
1960 के दशक से गेहूँ व चावल की उच्च पैदावार वाले बीजों के प्रयोग, उर्वरकों की अधिक उपलब्धता और सिंचाई के अधिक इस्तेमाल से उत्तर प्रदेश खाद्यान्न का सबसे बड़ा उत्पादक राज्य बन गया है। यद्यपि किसान दो प्रमुख समस्याओं से ग्रस्त हैं: आर्थिक रूप से अलाभकारी छोटे खेत और बेहतर उत्पादन के लिए प्रौद्योगिकी में निवेश करने के लिए अपर्याप्त संसाधन, राज्य की अधिकतम कृषि भूमि किसानों को मुश्किल से ही भरण-पोषण कर पाती है।

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