पाकिस्तान सरकार ने कर्ज से निपटने के लिए सबसे छोटा बजट पेश किया
hello friends आप सब कैसे है ?
friend आज हम बात करने वाले है पाकिस्तान के बारे में ऊपर के title से आप समझ ही गए होंगे की मै आज किस topic पर चर्चा करने वाला हूँ
पाक+ स्थान इन दो शब्दो के मेल से बने है पाकिस्तान " कहने को तो "पाक " यानि उस स्थान को कहते है जिसकी भूमि पवित्र हो जिसे पाकिस्तान काहा जाता |
जैसा की आप जानते है दोनों देशो एक साथ आजाद हुए| भारत को जिस मुकाम तक पहुंचना था वहाँ तक पहुंच गया और जिस किसी में कुछ कमी है उस पर भी तेजी से काम चल रहा है |
लेकिन ऐसा पाकिस्तान के साथ नहीं है ऐसा लगता है जैसे पाकिस्तान ने time machine में आगे बढ़ने की बजाय ;पीछे जाने की time सेट कर दी हो |
आजादी मिलने के फ़ौरन बाद हर हिंदुस्तानी को वोट देने का अधिकार ,मिल गया और india ;पूर्ण रूप से एक डेमोक्रेटिक country बन गया जहाँ जनता की राज होती है जैसा की "अब्राहम लिंकन"ने कहा था, लोकतंत्र जनता के जनता dwara जनता के लिए शासन है
यानि एक लोकतंत्र देश में जनता ही प्रधान होता है जिस तरह india में हर कोई अपने पसंद के नेता को वोट देते है
लेकिन ऐसा पाकिस्तान ने नहीं किया पाकिस्तान में शुरू से ही वहाँ के फौज का राज रहा है यानि पाकिस्तानी आर्मी जिसको चाहे उसको प्रधान मंत्री बना सकता है| और जिसको चाहे उसको हटा सकता है
इसका ताजा उदाहरण :---नवाज सरीफ थे | वहाँ चुनाव में धांदली आम बात है नाम मात्र के लोकतंत्र है पाकिस्तान में
कश्मीर और कुछ और कारणों वजह से पाकिस्तानी आर्मी 1948 , 1965 ,1971 ,1999 में भारत से जंग हारा है
पाकिस्तानी आर्मी का पूरा ध्यान भारत से दुश्मनी में होती है
और यही कारण है की पाकिस्तान भारत से दुश्मनी के फेर में अपनी economics पर ध्यान दिया ही नहीं उसका पूरा धयान बम और टैंक खरीदने और फौज को भारत के खिलाफ उकसाने पर था |
और आज अरबो डॉलर के कर्ज तले दबा हुआ है नौबत यहां तक आगया है की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के गाड़ी को नीलाम करने पड़ रहे है
और नव निर्मित प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान के इतिहास के सबसे छोटा बजट संसद में पेश क्या
सरकार ने 18 सितंबर 2018 को पहला मिनी बजट पेश किया. इसे वित्त पूरक (संशोधन) विधेयक-2018 के नाम से भी जाना जाता है. वर्ष 2018-19 के लिए पेश किए गए इस बजट में आर्थिक तंगी से उबरने और राजस्व वृद्धि के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं.
यानि एक लोकतंत्र देश में जनता ही प्रधान होता है जिस तरह india में हर कोई अपने पसंद के नेता को वोट देते है
लेकिन ऐसा पाकिस्तान ने नहीं किया पाकिस्तान में शुरू से ही वहाँ के फौज का राज रहा है यानि पाकिस्तानी आर्मी जिसको चाहे उसको प्रधान मंत्री बना सकता है| और जिसको चाहे उसको हटा सकता है
इसका ताजा उदाहरण :---नवाज सरीफ थे | वहाँ चुनाव में धांदली आम बात है नाम मात्र के लोकतंत्र है पाकिस्तान में
कश्मीर और कुछ और कारणों वजह से पाकिस्तानी आर्मी 1948 , 1965 ,1971 ,1999 में भारत से जंग हारा है
पाकिस्तानी आर्मी का पूरा ध्यान भारत से दुश्मनी में होती है
और यही कारण है की पाकिस्तान भारत से दुश्मनी के फेर में अपनी economics पर ध्यान दिया ही नहीं उसका पूरा धयान बम और टैंक खरीदने और फौज को भारत के खिलाफ उकसाने पर था |
और आज अरबो डॉलर के कर्ज तले दबा हुआ है नौबत यहां तक आगया है की पाकिस्तानी प्रधानमंत्री के गाड़ी को नीलाम करने पड़ रहे है
और नव निर्मित प्रधानमंत्री इमरान खान ने पाकिस्तान के इतिहास के सबसे छोटा बजट संसद में पेश क्या
सरकार ने 18 सितंबर 2018 को पहला मिनी बजट पेश किया. इसे वित्त पूरक (संशोधन) विधेयक-2018 के नाम से भी जाना जाता है. वर्ष 2018-19 के लिए पेश किए गए इस बजट में आर्थिक तंगी से उबरने और राजस्व वृद्धि के लिए सरकार ने कई कदम उठाए हैं.
बजट पेश करने के दौरान वित्त मंत्री असद उमर ने कहा कि हमारे दो उद्देश्य हैं, एक देश को बुरे समय से निकालना, दूसरा गरीबों को बुरे समय से निकालना और निर्यातकों की मदद करना. पाकिस्तान के वित्त मंत्री ने दावा किया कि उनके द्वारा बजट में पेश किये गये उपायों से देश के राजस्व खाते में 183 अरब रुपये तक की वृद्धि होगी.
पाकिस्तान मिनी बजट के मुख्य बिंदु
पाकिस्तान मिनी बजट के मुख्य बिंदु
• टैक्स स्लैब में बड़ा बदलाव किया गया जिसके तहत दो लाख रुपये महीना कमाने वाले लोगों को 25% तक टैक्स देना होगा.
• इसके साथ ही पाकिस्तान के वित्त मंत्री उमर ने महंगी कारों पर इंपोर्ट ड्यूटी को बढ़ाने की घोषणा की.
• साथ ही तंबाकू पर भी टैक्स को बढ़ा दिया है जबकि पेट्रोल पर लेवी में वृद्धि की गई है.
• अधिक कमाई करने वालों के टैक्स स्लैब में 15 फीसदी से 30 फीसदी तक बढ़ाया गया है.
• पाकिस्तान सरकार द्वारा राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के लिए आधारभूत संरचना प्राथमिकताओं की भी पहचान की गई है.
• इन परियोजनाओं पर 100 रुपये खर्च किये जायेंगे साथ ही आधारभूत संरचनाओं पर भी 500 रुपये का खर्च किया जायेगा.
पाकिस्तान में आर्थिक तंगी
पाकिस्तान इस समय आर्थिक तंगी के दौर से गुजर रहा है जिसका कारण उस पर लड़ा हुआ चीनी और अमेरिकी कर्ज है. चीन द्वारा आर्थिक गलियारे के निर्माण तथा युद्धक सामग्री के व्यापार के दौरान पाकिस्तान को भारी कर्ज दिया गया था जिसे चुकाने में पाकिस्तान अब असमर्थ है. ऐसे में 50 बिलियन डॉलर की लागत से चीन-पाकिस्तान आर्थिक गलियारे (सीपीईसी) के कई प्रोजेक्ट अधर में पड़ गये हैं. नवनिर्वाचित पाकिस्तान सरकार अपने खर्च में विभिन्न प्रकार की कटौती करके कर्ज पूर्ति करना चाहती है. हाल ही में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान ने कुछ लग्जरी गाड़ियों और दो हेलिकॉप्टरों की नीलामी करके पैसे जुटाने का प्रयास किया था.
( इससे related कोई भी प्रश्न पूछना चाहते है तो कमेंट करे ) धन्यवाद। ..
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Very good
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