Friday, August 31, 2018

दुनिया के 10 सबसे खतरनाक बॉर्डर.

राजनीतिक या कानूनी अधिकारों के लिए क्षेत्रों को अलग करने वाली भौगोलिक सीमाएं होती हैं जिन्हें बॉर्डर भी कहा जाता है. अंतरराष्ट्रीय सीमाएं भी देशों को अलग करती हैं. जो रेखाएं अस्पष्ट और अनुचित सीमाओं से उत्पन्न होती हैं वे दुनिया भर में हमेशा विवाद पैदा करती हैं. कुछ बॉर्डर्स तो सड़कों से शुरू होकर सड़को पर ही खत्म हो जाते हैं और कुछ ऐसे भी हैं जिनके बीच नदियों या खाई का फासला है. इसमें कोई संदेह नहीं है कि ऐतिहासिक प्रतिद्वंद्विता, आर्थिक असमानता, और पड़ोसी देशों के बीच विवाद उनके बीच की सीमाओं या बॉर्डर्स को असुरक्षित बनाता है. आइये इस लेख के माध्यम से उन बॉर्डर्स या सीमाओं के बारे में अध्ययन करते हैं जो बेहद खतरनाक हैं और क्यों.
दुनिया के 10 सबसे खतरनाक बॉर्डर
1. भारत और पकिस्तान के बीच का बॉर्डर
दो परमाणु राष्ट्र लगभग 2,900 किलोमीटर (1,800 मील) की सीमा को सांझा करते हैं और यहां का मौसम भी अपने चरम पर रहता है. दोनों देशों के बीच सीमा विवाद ब्रिटिश राज से आजादी मिलने के बाद 1947 के विभाजन के बाद शुरू हुआ था. विभाजन के बाद दोनों देशों ने 3 घातक युद्ध देखे. विभिन्न इलाकों और अप्रचलित क्षेत्रों के कारण, यह दुनिया की सबसे जटिल सीमाओं में से एक है. क्या आप जानते हैं कि भारत द्वारा 150,000 फ्लडलाइट स्थापित करने के कारण यह अंतरिक्ष से देखी जाने वाली एकमात्र सीमा है.
2. साउथ कोरिया और नॉर्थ कोरिया के बीच का बॉर्डर
उत्तर कोरिया और दक्षिण कोरिया के बीच की सीमा लगभग 250 किलोमीटर (160 मील) लंबी है. इस क्षेत्र को DMZ या कोरियाई डेमिलीटराइज्ड (Korean Demilitarized Zone) जोन के रूप में जाना जाता है. यह सीमा 1953 में उत्तरी कोरिया, चीन और संयुक्त राष्ट्र के बीच समझौते द्वारा स्थापित की गई थी. क्या आप जानते हैं कि यह 2 लाख सैनिकों के साथ दुनिया की सबसे ज्‍यादा सैनिकों से घिरी हुई सैन्‍य सीमा है. दोनों देशों के बीच की सीमा शांति वार्ता और बातचीत करने के लिए एक बफर के रूप में कार्य करती है. यह सीमा अपनी उच्च अस्थिर प्रकृति के कारण दुनिया में सबसे खतरनाक मानी जाती है.
3. इरान और इराक के बीच का बॉर्डर
दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक इराक और ईरान के बीच की सीमा है, जो Shatt-al-Arab नदी से तुर्की तक है. इस सीमा को परिभाषित किए हुए सैकड़ों वर्ष हो गए हैं लेकिन इस क्षेत्र में विशेष रूप से नदी के उपयोग को लेकर विवाद चल रहा है. 1980 में, इराक ने ईरान पर अवैध रूप से इराकी क्षेत्र पर कब्जा करने और मिसाइलों का शुभारंभ करने का आरोप लगाया था. आठ साल के बाद दोनों देशों ने संयुक्त राष्ट्र शांति समाधान पर हस्ताक्षर किए.
4. यमन और सऊदी अरब के बीच का बॉर्डर
सऊदी अरब और यमन की सीमा 1,800 किलोमीटर (1,100 मील) है. यह सीमा कंक्रीट से भरी हुई 10 फीट की ऊंचाई पर बनी एक संरचना है. इसको 2003 में आतंकवाद और घुसपैठ को रोकने के लिए बनाया गया था. सऊदी अरब में तस्करी वाले हथियार, अल कायदा के आतंकवादियों और आर्थिक शरणार्थियों (इथियोपिया, यमन और सोमालिया से) में वृद्धि देखी गई है, जिसने सरकार को बॉर्डर बनाने के लिए प्रेरित किया. यमन ने इसका विरोध किया और कहा कि यह सीमा चरवाहों के अधिकारों का उल्लंघन है. मार्च 2015 से दोनों देशों के बीच आधिकारिक तौर पर युद्ध चल रहा है.
5. पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच का बॉर्डर
पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच की सीमा को डुरंड लाइन कहा जाता है और 1,510 मील तक फैली हुई है. दोनों देशों में आतंकवाद की वजह से सीमा पर भी लगातार तनाव की स्थिति बनी रहती है. ऐसा कहा जाता है कि पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच की सीमा दुनिया में सबसे अस्थिर है. यह सीमा दोनों देशों के बीच पश्तून जातीय मातृभूमि को विभाजित करती है. इस विभाजन के कारण ही सीमाओं में विवाद हैं. ऐतिहासिक रूप से, अफगान ने पाकिस्तान को पश्तून क्षेत्र में घेरा लगाने से रोक दिया था. इसलिए इस सीमा के पास अफगानिस्तान और पाकिस्तान की सेना द्वारा कई हमले होते रहते हैं.
6. चीन और उत्तरी कोरिया के बीच का बॉर्डर

900 मील पर स्थित ये बॉर्डर दुनिया के सबसे खतरनाक बॉर्ड्स में से एक है. यह दो नदियों, तुमेन (Tumen) और यालू (Yalu) और साथ ही पेक्तु (Paektu) पहाड़ों से अलग किया गया है. पिछले दशक में, दोनों देशों ने बाड़ (fence) और दीवारों का निर्माण शुरू कर दिया है. चीन में उत्तरी कोरियाई आप्रवासियों के कारण क्षेत्रीय विवाद चिंता का विषय बन गया है. ऐसा कहा जाता है कि एक बार कोरिया में खराब आर्थिक स्थिति के कारण हजारों उत्तरी कोरियाई शरणार्थियों ने दोनों देशों के बीच इस सीमा को पार करने की कोशिश की थी. इन सभी शरणार्थियों को पकड़ लिया गया और खूब प्रताड़ित करने के बाद इन्‍हें वापस भेज दिया गया था.
7. भारत और बांग्लादेश के बीच का बॉर्डर
भारत और बांग्लादेश 4,156 किमी (2,545 मील) लंबी सीमा को साझा करते हैं, जो दुनिया में सबसे लम्भी सीमा में से एक है. सीमा की छिद्रपूर्ण प्रकृति के कारण, यहां कई अवैध गतिविधियां होती रहती हैं. भारत के लिए मुख्य समस्या भारत से बांग्लादेश तक पशुधन, खाद्य पदार्थों और दवाओं की अवैध तस्करी का सामना करना है. भारत को बांग्लादेश से भारत में अवैध प्रवासन की समस्या का भी सामना करना पड़ता है. आप्रवासन के उच्च स्तर के कारण, भारतीय सीमा सुरक्षा बलों के लिए shoot-on-sight की पोलीसी का आदेश दिया गया है. भारतीय सीमा सुरक्षा बल (BSF) और सीमा गार्ड बांग्लादेश के बीच सीमावर्ती संघर्ष भी चलता रहता है.
8. नाइजर और चाड के बीच का बॉर्डर  
नाइजर और चाड सीमा सबसे घातक आतंकवादी संगठन - बोको हरम में से एक है. नाइजर और चाड के आस-पास का पूरा क्षेत्र बोको हरम के कारण असुरक्षित और अस्थिर है. हम आपको बता दें कि दोनों देश 1,196 किमी की सीमा साझा करते हैं. सीमाओं के पास के कई क्षेत्र असुरक्षित और बेहद दूरस्थ हैं. नाइजर और चाड बलों ने बोको हरम से लड़ने के लिए एक साथ मिलकर दुनिया में सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक बनाई है. यह सीमा हिंसा, हमलों, तस्करी इत्यादि का अनुभव करती है.
9. संयुक्त राज्य अमेरिका और मेक्सिको के बीच का बॉर्डर
संयुक्त राज्य अमेरिका और मेक्सिको की सीमा भी दुनिया की सबसे खतरनाक सीमाओं में से एक है. सीमा की लंबाई 3,145 किमी (1,954 मील) है. मेक्सिको से संयुक्त राज्य अमेरिका में अवैध सीमा पार करना अमेरिकी सरकार के लिए एक समस्या रही है.  सीमा पर दीवार बनाने की योजना अमेरिका की है. सीमा के रियो डी ग्रांडे घाटी क्षेत्र को अमेरिका में सबसे खतरनाक सीमा क्षेत्र माना जाता है. एल पासो (El Paso), टेक्सास (Texas) को 2011 में संयुक्त राज्य अमेरिका में सबसे खतरनाक सीमावर्ती शहर का नाम दिया गया है. अमेरिकी सीमा के साथ तिजुआना (Tijuana) और सियुडद जुआरेज़ (Ciudad Juarez) के दो मेक्सिकन शहर देश के सबसे खतरनाक शहर बन गए हैं. इन दो सीमावर्ती शहरों में दवाओं की तस्करी, ड्रग कार्टेल हिंसा, हथियारों की हिंसा और homicides जैसे अपराधों की उच्चतम दर देखने को मिलती है.
10. इज़राइल और सीरिया के बीच का बॉर्डर
इज़राइल और सीरिया के बीच सीमा विवाद कई सालों से चला आ रहा है. आतंकवाद में बढ़ती अस्थिरता के चलते इजरायल और सीरिया की सीमा खतरनाक है. 1920 के दशक की शुरुआत में, ब्रिटेन ने सीरियाई पक्ष को फ्रांस में देकर सीमाएं खींचीं थी. इस सीमा को फिलिस्तीन के ब्रिटिश संधि और सीरिया के फ्रांसीसी आदेश द्वारा तैयार किया गया था. दोनों देशों के बीच विवाद गोलन हाइट्स (Golan Heights) नामक एक क्षेत्र के कारण है. 1981 में, इज़राइल ने गोलान हाइट्स लॉ के तहत गोलान हाइट्स पर कब्जा कर लिया था. संयुक्त राष्ट्र इस क्षेत्र को इजरायली के कब्जे के रूप में मानता है. दोनों देशों ने कई युद्ध लड़े हैं और आज भी युद्ध चल ही रहा है.
तो ये थे दुनिया के 10 सबसे खतरनाक बॉर्डर.

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