Saturday, November 3, 2018

जाने विश्व के दश सबसे ऊँची मूर्तियों के बारे में

जाने विश्व के दश सबसे ऊँची मूर्तियों के बारे में 


कला और संस्कृति के सन्दर्भ में किसी भी प्रकार के रूप, प्रतिमा (idol) या ठोस वस्तु को मूर्ति कहते हैं, उदाहरण के लिए देवताओं और मनुष्यों की मूर्ति। वास्‍तुशिल्‍प, मूर्तिकला, कला और शिल्‍प की जड़े मनुष्य के इतिहास और सभ्‍यता के इतिहास से बहुत गहरा नाता रहा है। आज के युग में, मूर्ति या स्टेचू को बनाना एक एतिहासिक घटना या फिर यू कहे कि एक प्रभावशाली व्यक्ति के जीवन पर रौशनी और उनके द्वारा किए गए कार्यों के महत्व को दर्शाने के लिए बनाया जाता है।
विश्व की 10 सबसे ऊंची मूर्तियाँ
10. अवाजी कन्नन (एफआर)     
समर्पित: कन्नन (गुयेनिन)
स्थान: अवाजी द्वीप, ह्योगो प्रीफेक्चर (जापान)
ऊंचाई (फीट): 80 मीटर (260 फीट)
9. रॉडिना-मैट 'जोवियत (द मदरलैंड काल्स)     
समर्पित: मातृभूमि का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला
स्थान: वोल्गोग्राड (रूस)
ऊंचाई (फीट): 85 मीटर (279 फीट)
8. दाई कन्नन की किता नो मियाको पार्क
समर्पित: कन्नन (गुयेनिन) - बायकु कन्नन
स्थान: आशीबित्सु, होक्काइडो (जापान)
ऊंचाई (फीट): 88 मीटर (289 फीट)
7. थाईलैंड की महान बुद्ध प्रतिमा  
समर्पित:  बुद्ध (गौतम)
स्थान: अंग थोंग (थाईलैंड)
ऊंचाई (फीट): 92 मीटर (302 फीट)
मूर्ति की बनावट: कंक्रीट मूर्ति कंक्रीट से बना निर्मित है तथा उस पर सोने की पेंटिंग की गयी है
6. वेइशन की इअन्शौ किंयाँ गुईन (Weishan of Qianshou Qianyan Guanyin)
समर्पित:  गुईन
स्थान: वेइशन, चांगशा, हुनान प्रांत (चीन)
ऊंचाई (फीट): 99 मीटर (325 फीट)
मूर्ति की बनावट: गिल्ड कांस्य मूर्ति

5. सेंडाई डाइकानन 
समर्पित: कन्नन (गुयेनिन)
स्थान: सेंडाई, मियागी प्रीफेक्चर (जापान)
ऊंचाई (फीट): 100 मीटर (330 फीट)
4. उशिकु दायबुत्‍सु-जापान  
समर्पित: बुद्ध (अमिताभा)
स्थान: उशिकु, इबारकी प्रीफेक्चर (जापान)
ऊंचाई (फीट): 100 मीटर (330 फीट)
3. नानशान हाइशांग
समर्पित:  बुद्ध (गौतम)
स्थान: खटकन तांग, मोनवाई के पास, सागाईंग डिवीजन (म्यांमार)
ऊंचाई (फीट): 115.8 मीटर (380 फीट) - 13.41 मीटर (44 फीट) कमल सिंहासन पर खड़ा है। कुल स्मारक की ऊंचाई 129.2 मीटर (424 फीट)
2. स्प्रिंग टेम्पल बुद्धा-चीन  
समर्पित:  वैरोकाण बुद्ध
स्थान: लुशान, हेनान (चीन)
ऊंचाई: 153 मीटर ऊंची है।
1. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी     
समर्पित:  सरदार पटेल
स्थान: साधु बेट, सरदार सरोवर बांध के पास, नर्मदा जिला, गुजरात (भारत)
ऊंचाई: 182 मीटर की ऊंचाई के साथ इसका वज़न 1700 टन, पैर की ऊंचाई 80 फ़ुट, हाथ की ऊंचाई 70 फ़ुट, कंधे की ऊंचाई 140 फ़ुट और चेहरे की ऊंचाई 70 फ़ुट है।
विश्व की 10 सबसे ऊंची मूर्तियों की सूची
मूर्तियों (प्रतिमा) के नाम
विवरण
1. स्टैच्यू ऑफ यूनिटी
समर्पित:  सरदार पटेल
स्थान: साधु बेट, सरदार सरोवर बांध के पास, नर्मदा जिला, गुजरात (भारत)
ऊंचाई: 182 मीटर की ऊंचाई के साथ इसका वज़न 1700 टन, पैर की ऊंचाई 80 फ़ुट, हाथ की ऊंचाई 70 फ़ुट, कंधे की ऊंचाई 140 फ़ुट और चेहरे की ऊंचाई 70 फ़ुट है।
2. स्प्रिंग टेम्पल बुद्धा-चीन
समर्पित:  वैरोकाण बुद्ध
स्थान: लुशान, हेनान (चीन)
ऊंचाई: 153 मीटर ऊंची है।
3. नानशान हाइशांग गुनयिन-चीन
समर्पित:  बुद्ध (गौतम)
स्थान: खटकन तांग, मोनवाई के पास, सागाईंग डिवीजन (म्यांमार)
ऊंचाई (फीट): 115.8 मीटर (380 फीट) - 13.41 मीटर (44 फीट) कमल सिंहासन पर खड़ा है। कुल स्मारक की ऊंचाई 129.2 मीटर (424 फीट)
4. उशिकु दायबुत्‍सु-जापान
समर्पित:  बुद्ध (अमिताभा)
स्थान: उशिकु, इबारकी प्रीफेक्चर (जापान)
ऊंचाई (फीट): 100 मीटर (330 फीट)
5. सेंडाई डाइकानन
समर्पित:  कन्नन (गुयेनिन)
स्थान: सेंडाई, मियागी प्रीफेक्चर (जापान)
ऊंचाई (फीट): 100 मीटर (330 फीट)
6. वेइशन की इअन्शौ किंयाँ गुईन (Weishan of Qianshou Qianyan Guanyin)
समर्पित:  गुईन
स्थान: वेइशन, चांगशा, हुनान प्रांत (चीन)
ऊंचाई: 99 मीटर (325 फीट)
मूर्ति की बनावट: गिल्ड कांस्य मूर्ति
7. थाईलैंड की महान बुद्ध प्रतिमा
समर्पित:  बुद्ध (गौतम)
स्थान: अंग थोंग (थाईलैंड)
ऊंचाई: 92 मीटर (302 फीट)
मूर्ति की बनावट: कंक्रीट मूर्ति कंक्रीट से बना निर्मित है तथा उस पर सोने की पेंटिंग की गयी है
8. दाई कन्नन की किता नो मियाको पार्क
समर्पित:  कन्नन (गुयेनिन) - बायकु कन्नन
स्थान: आशीबित्सु, होक्काइडो (जापान)
ऊंचाई (फीट): 88 मीटर (289 फीट)
9. रॉडिना-मैट 'जोवियत (द मदरलैंड काल्स)
समर्पित:  मातृभूमि का प्रतिनिधित्व करने वाली महिला
स्थान: वोल्गोग्राड (रूस)
मीटर में ऊंचाई (फीट): 85 मीटर (279 फीट)
10. अवाजी कन्नन (एफआर)
समर्पित:  कन्नन (गुयेनिन)
स्थान: अवाजी द्वीप, ह्योगो प्रीफेक्चर (जापान)
ऊंचाई (फीट): 80 मीटर (260 फीट)
उपरोक्त मूर्तियाँ विश्व के विभिन्न हिस्सों में स्थित जरुर है लेकिन यह मनुष्यों के ऐतिहासिक प्रासंगिकता, संस्कृति अर्थ और कला को प्रदर्शितकरती करती है।

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